जनिय विशाल भारत (आर्यावर्त) और उससे खंडित होकर बना देश तथा नेपाल विशेष रूप से:-
हमारा प्यारा भारत पहले बहुत ही विशाल भारत(आर्यावर्त) था जिसमे से बाद में (ब्रिटिश काल मे) अनेको देश खंड खंड होकर अलग हो गए ।
जैसे - अफगानिस्तान, पककिस्तान, थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका, जावा, सुमात्रा, इंडोनेशिया, कम्बोडिया.....
यहाँ पर पहले अपने अपने क्षेत्र राजा होते थे परंतु वो अपने को भारत का ही हिस्सा बताते थे।
ब्रिटिश काल मे अंग्रजो ने अपने सुविधाओं के लिए तथा अपने हित के लिए इन हिस्सो को बाट दिया।
जैसे ब्रिटिशों ने तिब्बत, अफगानिस्तान को बफर स्टेट बना दिया था, मगर आज चीन जैसे सम्राज्यवादी देश इन तिब्बत को कब्जे में ले लिया है।
1814 के करीब नेपाल के साम्राज्यवाद नीति से ये अपना सिमा भी बढ़ा चुका था जिसमे इसके सिमा पश्चिम में सतलज नदी तथा पूर्व में तीस्ता नदी तक था।
ब्रिटिश इससे खफा होकर नेपाल के साथ युद्ध किया तथा सुगौली(चंपारण में) कि संधि से इस युद्ध को विराम दिया 1816 में , जसके तहत नेपाल की सीमा पश्चिम में महाकाली नदी(शारदा नदी) तथा पूर्व में मेची नदी तक निर्धारित किया गया।
भारत और नेपाल के बीच विवाद इसी महाकाली नदी के उदगम को लेकर है। जहाँ भारत महाकाली नदी का उद्गम स्थल लिपुलेख दर्रा को मानता है। तो दूसरी तरफ नेपाल महाकाली नदी के उद्गम स्थल लिमपुआधुरा मानता है जो भारत के उत्तराखण्ड जिला के पिथौरागढ़ में है।
नेपाल , ब्रिटिश भारत से 1904 में एक समझौता के तहत अलग हुए था इसमें नेपाल के राजा गिरिव्रज तथा ब्रिटिश साम्राज्य के कैप्टन ब्राडॉसा ने हस्ताक्षर किए थे।
तथा 1950 में भारत(स्वंत्र) और नेपाल के बीच औपचारिक समझौता भी हुए जिसमे दो स्वंत्र देश ने हस्ताक्षर किए।
एवं सिक्किम राज्यों नेपाल के साथ अपनी सीमा साझा करता है। सीमाओं की राज्य-वार लंबाई नीचे दिए अनुसार है:-
(लंबाई km में )
राज्य कुल लंबाई:-
उत्तराखंड 263
उतर प्रदेश 560
बिहार 729
पश्चिम बंगाल 100
सिक्कम99
कुल 1751
हाल ही में बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक और चौकिया स्थापित किया जाएगा जिससे सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम हो।
क्रमवार सीमा चौकिया की संख्या
1 उत्तराखंड 53
2 उत्तर प्रदेश 148
3 बिहार 193
4 पश्चिम बंगाल 43
5 सिक्कम18
कुल 455
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जैसे - अफगानिस्तान, पककिस्तान, थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका, जावा, सुमात्रा, इंडोनेशिया, कम्बोडिया.....
यहाँ पर पहले अपने अपने क्षेत्र राजा होते थे परंतु वो अपने को भारत का ही हिस्सा बताते थे।
ब्रिटिश काल मे अंग्रजो ने अपने सुविधाओं के लिए तथा अपने हित के लिए इन हिस्सो को बाट दिया।
जैसे ब्रिटिशों ने तिब्बत, अफगानिस्तान को बफर स्टेट बना दिया था, मगर आज चीन जैसे सम्राज्यवादी देश इन तिब्बत को कब्जे में ले लिया है।
1814 के करीब नेपाल के साम्राज्यवाद नीति से ये अपना सिमा भी बढ़ा चुका था जिसमे इसके सिमा पश्चिम में सतलज नदी तथा पूर्व में तीस्ता नदी तक था।
ब्रिटिश इससे खफा होकर नेपाल के साथ युद्ध किया तथा सुगौली(चंपारण में) कि संधि से इस युद्ध को विराम दिया 1816 में , जसके तहत नेपाल की सीमा पश्चिम में महाकाली नदी(शारदा नदी) तथा पूर्व में मेची नदी तक निर्धारित किया गया।
भारत और नेपाल के बीच विवाद इसी महाकाली नदी के उदगम को लेकर है। जहाँ भारत महाकाली नदी का उद्गम स्थल लिपुलेख दर्रा को मानता है। तो दूसरी तरफ नेपाल महाकाली नदी के उद्गम स्थल लिमपुआधुरा मानता है जो भारत के उत्तराखण्ड जिला के पिथौरागढ़ में है।
नेपाल , ब्रिटिश भारत से 1904 में एक समझौता के तहत अलग हुए था इसमें नेपाल के राजा गिरिव्रज तथा ब्रिटिश साम्राज्य के कैप्टन ब्राडॉसा ने हस्ताक्षर किए थे।
तथा 1950 में भारत(स्वंत्र) और नेपाल के बीच औपचारिक समझौता भी हुए जिसमे दो स्वंत्र देश ने हस्ताक्षर किए।
भारत-नेपाल सीमा का प्रबधन:-
भारत नेपाल के साथ 1751 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है तथा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगालएवं सिक्किम राज्यों नेपाल के साथ अपनी सीमा साझा करता है। सीमाओं की राज्य-वार लंबाई नीचे दिए अनुसार है:-
(लंबाई km में )
राज्य कुल लंबाई:-
उत्तराखंड 263
उतर प्रदेश 560
बिहार 729
पश्चिम बंगाल 100
सिक्कम99
कुल 1751
सीमा सुरक्षा बल
भारत-नेपाल सीमा पर सशत्र सीमा बल (एसएसबी) सीमा सुरक्षा बल तैनात हैं।सीमा चौिकयाँ
एसएसबी ने भारत-नेपाल सीमा पर 455 सीमा चौकिया स्थापित किया है। सीमा चौकिया का राज्य-वार विवरण नीचे दिए अनुसार है:-हाल ही में बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक और चौकिया स्थापित किया जाएगा जिससे सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम हो।
क्रमवार सीमा चौकिया की संख्या
1 उत्तराखंड 53
2 उत्तर प्रदेश 148
3 बिहार 193
4 पश्चिम बंगाल 43
5 सिक्कम18
कुल 455
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