क्या है मीठी क्रांति ? सरकार भी दे रही बढ़ावा , ये आपको मालामाल कर देगी
मीठी क्रांति, ये वो क्रांति है जो शहद का उत्पादन बढ़ाकर लाई जानी है. इसके जरिए किसानों को देश और विदेश में ग्राहक देकर उनकी जेब में ज्यादा पैसे डालने की तैयारी है.
दरअसल शहद एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) का काम करता है और हेल्थ में लिए कई तरह की बीमारियों को दूर करता है. इसी गुण की वजह से किसानों को शहद बेचकर मुनाफा कमाने पर फोकस करने को कहा जा रहा है.
पिछले हफ्ते 500 करोड़ रुपए Apiculture (मधुमक्खी पालन) के लिए आत्मनिर्भर योजना के तहत किए गए हैं.
देश में सालाना 1.10 लाख टन शहद का उत्पादन होता है. अगले पांच साल में इसे डबल करने की योजना बनी है. इस समय लगभग 10 हजार रजिस्टर्ड किसान 15 लाख मधुमक्खियों की कॉलोनी बनाकर शहद उत्पादन कर रहे हैं. दुनिया भर में हम शहद बनाने वालों में टॉप फाइव में है. इसे तेजी से बढ़ाने पर काम चल रहा है.
इस योजना के तहत उत्पादन बढ़ाने पर कृषि और ग्रामीण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बैठक करके एपीकल्चर के रास्ते के रोड़े हटाने के निर्देश दे चुके हैं. वहीं MSME रोड ट्रांसपोर्ट हाईवे मंत्री नितिन गडकरी खादी ग्रामोद्योग के जरिए हनी मिशन नए तरीके अपनाने का कह चुके हैं.
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