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Showing posts from May, 2020

जनिय विशाल भारत (आर्यावर्त) और उससे खंडित होकर बना देश तथा नेपाल विशेष रूप से:-

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हमारा प्यारा भारत पहले बहुत ही विशाल भारत(आर्यावर्त)  था जिसमे से बाद में (ब्रिटिश काल मे) अनेको देश खंड खंड होकर अलग हो गए । जैसे - अफगानिस्तान, पककिस्तान, थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका, जावा, सुमात्रा, इंडोनेशिया, कम्बोडिया..... यहाँ पर पहले अपने अपने क्षेत्र राजा होते थे परंतु वो अपने को भारत का ही हिस्सा बताते थे। ब्रिटिश काल मे अंग्रजो ने अपने सुविधाओं के लिए तथा अपने हित के लिए इन हिस्सो को बाट दिया। जैसे ब्रिटिशों ने तिब्बत, अफगानिस्तान को बफर स्टेट बना दिया था, मगर आज चीन जैसे सम्राज्यवादी देश इन तिब्बत को कब्जे में ले लिया है। 1814 के करीब नेपाल के साम्राज्यवाद नीति से ये अपना सिमा भी बढ़ा चुका था जिसमे इसके सिमा पश्चिम में सतलज नदी तथा पूर्व में तीस्ता नदी तक था। ब्रिटिश इससे खफा होकर नेपाल के साथ युद्ध किया तथा सुगौली(चंपारण में) कि संधि से इस युद्ध को विराम दिया 1816 में , जसके तहत नेपाल की सीमा पश्चिम में महाकाली नदी(शारदा नदी) तथा पूर्व में मेची नदी तक निर्धारित किया गया। भारत और नेपाल के बीच विवाद  इसी महाकाली नदी के उदगम को लेकर है । जहाँ भारत मह

भारत सरकार द्वारा 2020 में जारी किया किया LATEST MAP

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भारत सरकार द्वारा 2020 में जारी किया किया नवीनतम मानचित्र:- HINDI  में देखे - click here SANSKRIT में देखे - click here   Outline map of india - click here

Side effect of facemask

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MASK  का उपयोग सीमित समय के लिए किया जाना है।  यदि आप इसे लंबे समय तक पहनते हैं तो 1  खून में ऑक्सीजन कम हो जाती है।  2  मस्तिष्क में ऑक्सीजन कम हो जाती है। 3  आप कमजोर महसूस करने लगते हैं।  4 मृत्यु तक ले जा सकता है। जब आप कोई मास्क पहनते हैं तो सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया चलती रहती है। इस दौरान मास्क के कारण ऑक्सीजन का प्रवाह कम रहता है और कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है, क्योंकि जो सांस आप छोड़ते हैं वह मास्क में ही कुछ देर रहता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) के अनुसार कई मामलों में फेस मास्क का लंबे समय तक इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है। एनआईएच का कहना है कि कार्बन डाइऑक्साइड के उच्च स्तर पर सांस लेना जानलेवा हो सकता है। कार्बन डाइऑक्साइड में मौजूद हाइपरकेनिया (विषाक्तता) के कारण सिरदर्द, सिर का चक्कर, दोहरी दृष्टि, ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता, टिनिटस (कान बजना) और दौरा पड़ने जैसी समस्या हो सकती है। *सलाह* जब आप अकेले हों तो इसे ना पहने ।  इसे घर पर इस्तेमाल न करें। इसका उपयोग केवल भीड़ वाली जगह पर करें और जब एक या अधिक व्यक्तियों के स

रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट, CRR, SLR - समझे आसान भाषा में

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रेपो रेट(Repo Rate):- वह दर होती है जिसपर बैंकों को आरबीआई कर्ज देता है। बैंक इस कर्ज से ग्राहकों को लोन मुहैया कराते हैं।  रेपो रेट कम होने का अर्थ है कि बैंक से मिलने वाले तमाम तरह के कर्ज सस्ते हो जाएंगे। मसलन, गृह ऋण, वाहन ऋण आदि। या दूसरों शब्दो मे:- बैंकों को जब नकदी की जरूरत पड़ती है तो वे रिजर्व बैंक से उधार लेते हैं। आरबीआइ इस अल्पावधि के लिए बैंकों से जिस दर पर ब्याज वसूलता है, उसे रेपो रेट कहते हैं। रिवर्स रेपो रेट:-   वह दर होती है जिसपर बैंक जब आरबीआई के पास धन जमा करती हैं तो उस जमा धन राशि पर RBI ब्याज चूकाति है।   रिवर्स रेपो रेट बाजारों में नकदी की तरलता को नियंत्रित करने में काम आती है। उदाहरण के लिए किसी बैंक के पास अगर किसी दिन अतिरिक्त नकदी आ गई तो उसे वह आरबीआइ में जमा कर देगा, जिसके बदले उसे रिवर्स रेपो रेट के बराबर ब्याज मिलेगा।  रिवर्स रेपो रेट हमेशा रेपो रेट से कम होती है। नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर):- देश में लागू बैंकिंग नियमों के तहत प्रत्येक बैंक को अपनी कुल नकदी का एक निश्चित हिस्सा रिजर्व बैंक के पास रखना ही होता है।  इसे ही cas

क्या है मीठी क्रांति ? सरकार भी दे रही बढ़ावा , ये आपको मालामाल कर देगी

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मीठी क्रांति, ये वो क्रांति है जो शहद का उत्पादन बढ़ाकर लाई जानी है. इसके जरिए किसानों को देश और विदेश में ग्राहक देकर उनकी जेब में ज्यादा पैसे डालने की तैयारी है. दरअसल शहद एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) का काम  करता है और हेल्थ में लिए कई तरह की बीमारियों को दूर करता है. इसी गुण की वजह से किसानों को शहद बेचकर मुनाफा कमाने पर फोकस करने को कहा जा रहा है.  पिछले हफ्ते 500 करोड़ रुपए Apiculture (मधुमक्खी पालन) के लिए आत्मनिर्भर योजना के तहत किए गए हैं. देश में सालाना 1.10 लाख टन शहद का उत्पादन होता है. अगले पांच साल में इसे डबल करने की योजना बनी है.  इस समय लगभग 10 हजार रजिस्टर्ड किसान 15 लाख मधुमक्खियों की कॉलोनी बनाकर शहद उत्पादन कर रहे हैं. दुनिया भर में हम शहद बनाने वालों में टॉप फाइव में है. इसे तेजी से बढ़ाने पर काम चल रहा है. इस योजना के तहत उत्पादन बढ़ाने पर कृषि और ग्रामीण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बैठक करके एपीकल्चर के रास्ते के रोड़े हटाने के निर्देश दे चुके हैं. वहीं MSME रोड ट्रांसपोर्ट हाईवे मंत्री नितिन गडकरी खादी ग्रामोद्योग के जरिए हनी मिशन नए तरीके अप

घरेलू हवाई यात्रा फिर से शुरू , जनिय नई नियम

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सोमवार यानी 25 मई से एयरपोर्ट्स खुलने वाले हैं जिससे फ्लाइट्स चालू हो जाएंगे, आइये जानते हैं क्या है नया नियम:; एयरपोर्ट में ये चीजें होंगे जरूरी...  एयरपोर्ट में प्रवेश के लिए आरोग्य सेतु ऐप अनिवार्य, बिना आरोग्य सेतु ऐप के एंट्री नहीं होगी। 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए आरोग्य सेतु ऐप अनिवार्य नहीं। एयरपोर्ट टर्मिनल में प्रवेश से पहले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। आरोग्य सेतु ऐप में जिन यात्रियों का Green Signal नहीं दिखेगा, उन्हें प्रवेश नहीं मिलेगा। इंफेक्शन से बचाव के लिए ये भी होंगे इंतजाम  एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में प्रवेश से पहले यात्रियों के बैग को भी सैनेटाईज़ किया जाएगा।  Entry गेट से लेकर बोर्डिंग गेट तक सोशल डिस्टैंसिंग के निशान बनाए जाएँगे, कम से कम 1 मीटर की दूरी अनिवार्य। प्रवेश द्वार पर यात्रियों के जूतों को Disinfect करने की व्यवस्था होगी।  एयरपोर्ट पर यात्रियों और स्टाफ़ के लिए हैंड सेनेटाईज़र उपलब्ध होगा।  हवाई यात्रा पूरी होने के बाद बैग को फिर से सेनेटाईज करेगा एयरपोर्ट प्रशासन।  टर्मिनल बिल्डिंग या शहर की तरफ़ एक आईसोलेशन सेंटर

दवाब समूह या प्रभावक समूह या pressure groups for UPSC/BPSC

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  दबाव समूह :- यह ऐसे ही समूह है जो अपने हितों की रक्षा और वृद्धि के लिए राजनीतिक एवं प्रशासनिक क्रियाओं को प्रभावित करता है अर्थात जो सार्वजनिक नीतियों को प्रभावित करके कुछ विशेष हितों को सुरक्षित करने के लिए काम करता है । वे कभी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करते हैं तथा अप्रत्यक्ष रूप से काम करते हैं परंतु यह  शक्तिशाली समूह है। इस तरह से यह समूह प्रशासनिक संरचना से बाहर रहकर केवल प्रभाव या दबाव डालकरअपने हितों की सिद्धी करता है।  जैसे मजदूर संघ, व्यापारी संघ, विद्यार्थी संघ, एबीवीपी ,आर एस एस आदि। लोकतंत्र में दबाव समूह की भूमिका:- 1 . दबाव समूह मतदाताओं को शिक्षित और सूचित भी करते हैं और इस प्रकार वे राजनीतिक शिक्षा को बढ़ावा देते हैं। 2. दबाव समूह विभिन्न समुदायों की मांगों और हितों  की प्रतिनिधित्व करते हैं और इसलिए भारत जैसे एक बहुलवादी राष्ट्र के एक महत्वपूर्ण अंग भी है । यह समूह लोगों को राजनीतिक  प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है। 3. लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सामाजिक परिवर्तन के उद्देश्य को प्राप्त करने में यह दबाव समूह महत्वपूर्ण भ

जाने सभी Government Study पोर्टल का उपयोग जैसे - स्वयं पोर्टल, दीक्षा पोर्टल, स्वयं प्रभा पोर्टल, निष्ठा पोर्टल, नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी और वर्चुअल लैब

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कुछ Government Study पोर्टल नीचे दिए गए है जहा आप Best and Genuine अध्ययन सामग्री पाएंगे :- SWAYAM  पोर्टल :- Full Form of SWAYAM- study webs of active learning for young aspirations minds. ◆◆ यहा पर आपको :-            free interactive class           Opportunity for students           Of class 9th to post graduation ◆◆यहां पर आप देश भर कर 1000 एक्सपर्ट के द्वरा बनाए गए कोर्स को पढ़ सकते हैं साथ ही अससेमेंट टेस्ट तथा सर्टिफिकेट भी ले सकते है free of cost| ◆◆स्कूल के बच्चों के लिए 28 कोर्स ncert के द्वारा उपलब्ध हैं। जैसे एकाउंट , बायोलॉजी, हिस्ट्री आदि। ◆◆कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए भी आर्किटेक्ट, प्लानिंग , इंजीनियरिंग, आदि की कोर्स उपलब्ध हैं। ◆◆swayam पोर्टल पर टीचर के लिए भी व्यवस्था है। इसकी वेबसाइट- https://swayam.gov.in पर जाकर सभी चीजों का लाभ उठासकते है। *********************************** DIKSHA  पोर्टल  full form of diksha-  Digital infrastructure for knowledge sharing. ◆◆ यह पोर्टल स्टूडेंट्स के साथ साथ टीचर के लि

अम्फान चक्रवात - बनने के कारण, नामकरण क्यों? चक्रवात में इतनी ऊर्जा कैसे? AMPHAN CYCLONE in hindi

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अम्फान चक्रवात 2020 में भारत के बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवात का नाम दिया गया  अम्फान तूफान आनेवाले दिनों में कितना घातक रूप ले सकता है इसका अंदाजा इसकी रफ्तार से लगाएं। बताया जा रहा है कि 19 मई तक इसकी रफ्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटा की हो सकती है। निम्नलिखित बात जो जानना बेहद जरूरी है:- रोचक बात यह है कि भूमध्य रेखा से ऊपर बनने वाले चक्रवात, घड़ी की विपरीत दिशा में घूमते हैं वहीं भूमध्य रेखा से नीचे बनने वाले चक्रवात घड़ी की दिशा में घूमते हैं। इसकी वजह पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूमना है।  विज्ञान में इनका नाम उष्णकटिबंधीय चक्रवात है (TROPICAL CYCLONE) फिर भी इसके दो नाम हैं।  जो अटलांटिक या पूर्वी प्रशांत महसागर से उठते हैं उन्हें हरिकेन (तूफान) कहा जाता है और हिन्द महासागर से उठने वाले चक्रवातों को चक्रवात के नाम से ही बुलाया जाता है। कहां से आया साइक्लोन शब्द:- 'साइक्लोन शब्द ग्रीक शब्द' साइक्लोस से लिया गया है जिसका अर्थ है सांप का जमाव। चक्रवात एक कम दबाव वाले क्षेत्र के आसपास वायुमंडलीय गड़बड़ी द्वारा

Y2K समस्या क्या था? Y2K PROBLEM IN HINDI

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21वी सदी की शुरुआत अर्थात 2000 की शुरुआत में संख्या को लेकर कम्प्यूटर के कैलेंडर और स्टोरेज में आई समस्या को Y2K संकट कहा गया।  Y2k में y का मतलब year , 2 को मतलब दो और k का मतलब हजार है यानी 2000। वायटूके संकट को मिलियन बग भी कहा गया, क्योंकि दुनियाभर के कम्प्यूटर में तारीख को लेकर बग आने वाला था जिससे कंप्यूटर प्रणली 100 साल पीछे चला जाता। What is Y2K problem? अमेरिका, ब्रिटेन आदि देशों में विकसित कंप्यूटर में 1999 तक का ही था जिससे जब 2000 वर्ष शुरू होता तो तो वह कंप्यूटर प्रोग्राम में था ही नही।  जिससे 31 dec 1999 के बाद कंप्यूटर फिर 1jan 1900 से चलना और डेटिंग करना शुरू कर देता जिससे दुनिया 100 साल पीछे चली जाती। इस बात को ठीक करने के लिए बहुत अधिक मात्रा में श्रम अर्थात इंजीनियर की आवश्यकता थी जो भारत से ही पूरी की जा सकी और यही के इंजीनियर ने इस समस्या को समाधान करने में सफलता पाई।  एक अनुमान के मुताबिक, इस बग को ठीक करने में विश्व भर को 600 से 1,600 बिलियन यूएस डॉलर्स खर्च करने पड़े थे।  तब भारतीय वैज्ञानिकों ने सामने आकर इस संकट का खात्मा किया था।

निर्मला सीतारमण ने तीसरे दिन इनके के लिए की बड़ी घोषणाएं

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वित्तमंत्री आर्थिक पैकेज के बारे लगातार घोषणाएं कर ही हैं. आज तीसरे दिन भी वो कई सेक्टरों के लिए सरकार की तरफ से कई घोषणाएं करने जा रही हैं.  आइये जानते हैं कि वित्त मंत्री ने आज किसानों के लिये बड़ी घोषणाएं की हैं... किसानों, डेयरी, फूड प्रोसेसिंग, मछली पालन और खेती से जुड़े लोगों के लिए आज पैकेज की घोषणा की गई है. छोटे, मझोले किसानों के पास 85 फीसदी खेती है. बाढ़-सूखे के बीच भी किसानों का काम सबसे बेहतर देश दूध, जूट और दालों का सबसे बड़ा उत्पादक 560 लाख लीटर दूध रोजाना किसानों से खरीदा जाता है. दुग्ध उत्पादकों को 5 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया गया. किसान क्रेडिट कार्ड से किसानों को बहुत फायदा हो रहा है. दो महीने में किसानों को 18700 करोड़ रुपये दिए गए हैं. किसानों से 74300 करोड़ रुपये की फसल खरीदी गई है. एक लाख करोड़ रुपये कृषि का आधारभूत ढांचा तैयार करने के लिए दिया गया है. इससे कृषि उत्पादों को देश के बाहर भेजने में मदद मिलेगी को-ऑपरेटिव और एग्रीकल्चर स्टार्टअप, कोल्डचेन को खड़ा करने की मदद मिलेगी फसल बीमा योजना में 6400 करोड़ रुपये दिए गए देश में

राफेल, भारत को नही मिलेंगे मई महीने में, फ्रांस ने बताया ये कारण...

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फ़्रांस से भारत को मिलने वाली चार नए राफेल फाइटर एयरक्राफ्ट (Rafale Fighter Aircraft) के लिए और इंतजार करना पड़ेगा।  पहले इन एयरक्राफ्ट को मई में भारत पहुंचना था लेकिन अब फ्रांस के मेरिनाक में रफाल की फैक्टरी में कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन से कामकाज ठप पड़ा है। < राफेल दुनिया के सबसे अच्छा फाईटर एयरक्राफ्ट में गिना जाता है. ये 1913 किमी प्रति घंटे यानि आवाज की रफ्तार से लगभग दुगनी रफ्तार से चल सकता है. इससे 560 किमी दूर से ही स्कल्प मिसाइल के जरिए दुश्मन के किसी ठिकाने को तबाह किया जा सकता है. हवा में किसी दुश्मन एयरक्राफ्ट को तबाह करने के लिए इसमें मीटिओर मिसाइल लगी है जिसकी रेंज 100 किमी से ज्यादा है। इन्हें भी पढ़े- भारत ने 2019 अक्टूबर में राफेल एयरक्राफ्ट को फ्रांस की मेरीनाक फैक्टरी में अधिकारिक तौर पर लिया था। कार्यक्रम के मुताबिक 4 एयरक्राफ्ट मई तक हरियाणा के अंबाला एयरबेस पहुंचने थे जिन्हें वहां भारतीय वायुसेना की नंबर 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल किया जाना था।   भारत ने फ्रांस से 36 राफेल एयरक्राफ्ट खरीदा है. इनसे वायुसेना की दो स्क्वाड्रन बनाई जाएंगी जिन

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MSME क्या है? चर्चा में क्यो और इसकी नई परिभाषा- सम्पूर्ण जानकारी

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Full form of MSME :-  Micro,Small & Medium Enterprises  MSME , निवेश के लिए छोटे आकार की एक संस्था है, जिसमे कुशल और अकुशल व्यापारी होते है.  जो बड़ी संख्या में बेरोजगारों को रोजगार के अवसर प्रदान करके भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अपनी अच्छी भूमिका निभाते है.  ये निर्यात के क्षेत्र में योगदान, निर्माण क्षेत्र को बढ़ाना और कच्चे माल, बुनियादी सामान आपूर्ति के द्वारा बड़े उद्योगों को समर्थन प्रदान करते है.  सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास बिल- 2005 (जो 12 मई, 2005 को संसद में प्रस्तुत किया गया था) को राष्ट्रपति द्वारा स्वीकृति दे दी गई है और इस प्रकार एक अधिनियम बन गया था. इस अधिनियम को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास अधिनियम, 2006 के रूप में नामित किया गया है. MSME का भारत में योगदान:- वे पिछले पांच दशक से भारत में जीवंत रूप से कार्य कर रही है क्योंकि यह कई बार देश को आर्थिक मंदी होने से बचाया है। भारत की अर्थव्यवस्था में MSME प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष निर्यात में 45%  का हिस्सा है। इस समय भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र की लगभग  36.1 मिलियन इका