भारत सरकार पर कितना कर्ज है? जनिए
भारत सरकार 2010-11 से ही status paper on government debt प्रकाशित कर रही है।
सरकारी ऋण पर वार्षिक स्थिति पत्र
जो का एक विस्तृत विश्लेषण प्रदान करता है
सरकार की कर्ज की स्थिति कर्ज के अलावा
केंद्र सरकार की स्थिति, स्थिति पत्र
राज्य सरकार और सामान्य सरकार शामिल हैं।
हाल में ही प्रकाशित स्टेटस रिपोर्ट ऑन गवर्मेंट डेब्ट रिपोर्ट के अनुसार
मार्च 2019 तक देश का कुल सार्वजनिक ऋण , कुल जीडीपी के 68.8% हो गया है ।
दरअसल दुनिया के सभी देश अपने विकास बक लिए ऋण लेते है जैसे अमेरिका , ब्रिटैन, जापान।
इन कर्ज के उद्देश्य भी नागरिकों के कल्याण के लिए ही लिये जाते है जैसे भारत सरकार प्रत्येक वर्ष घटा के बजट पेश करती है अर्थात भारत सरकार के खर्चे कुल आमदनी से ज्यादा होती हैं।
विश्व बैंक के अनुसार कोई देश अपने जीडीपी के 77% ज्यादा के ऋण लेता है तो उसकी आर्थिक विकास दर में 1.7% की कमी आ जाती हैं।
इन कर्ज लेने के मामले में कुछ देश इस प्रकार है:-
जापान- यह अपने जीडीपी के 238% ऋण ले चुका है।
अमेरिका- अपने जीडीपी के 106% ऋण ले चुका है
ब्राजील - अपना कुल जीडीपी के 68.5% ऋण लिया हुआ है।
भारत- हमारा भारत पर जीडीपी के 68.8% ऋण है।
ऋण के प्रकार:-
1. आंतरिक ऋण = वैसे ऋण जो देश के आंतरिक जगह से अर्थात अपने ही यहां से लिया जाता है तो इसे आंतरिक ऋण कहते है। यह ऋण अपने ही देश के कॉरपोरेट बैंक, रिज़र्व बैंक, बीमा कंपनियों,म्यूचअल फण्ड कम्पिनियो से लिया जता है।
2. बाह्य ऋण= ये ऋण देश से बाहर से लिया जाता है। जैसे ऋण मित्र देशो से, nris, तथा अंतरास्ट्रीय संस्थाओं से लिया जाता है। विदेशी ऋण किसी भी देश मे ज्यादा होना अच्छी बात नहीं है क्योकि इसके चुकाने के लिए विरेशी मुद्रा या डॉलर का ही प्रयोग किया जाता है
भारत सरकार के ऋण संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य निम्नलिखित हैं:-
1. आंतरिक ऋण के मामले में भारत सरकार अपने कुल ऋण के 80 परसेंट ऋण आरबीआई के मदद से इकट्ठा करता है।
2. भारत के राज्य अपने कुल 94 परसेंट ग्रीन अपने देश के हैं भीतरी भाग से लेते हैं।
3.आंतरिक ऋण में कमर्शियल बैंक से 40% , बीमा कंपनी से 24% तथा 15% rbi से लेता है।
अब तक के सरकार ने किस वर्ष कितना ऋण लिया:-
1991 में 85 बिलियन डॉलर
2011 में 217 बिलियन डॉलर
2014 में 446 बिलियन डॉलर
2019 में 565 बिलियन डॉलर
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