देश के 155 साल पुराना इलाहाबाद बैंक अब इतिहास बनकर रह जायेगा
देश के सबसे पुराने बैंकों में शुमार इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) अब इतिहास के पन्नों में दर्ज होकर रह जाएगा. 155 साल पहले 24 अप्रैल 1865 में इलाहाबाद बैंक की स्थापना हुई थी. वहीं मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में इस बैंक ने अपनी उपस्थिति 45 साल पहले दर्ज कराई थी. अब इस बैंक का विलय 15 फरवरी को इंडियन बैंक (Indian Bank) में हो जाएगा. इसकी प्रक्रिया 1 अप्रैल 2020 से ही चल रही थी. दोनों बैंकों का सर्वज मर्जर 12 फरवरी से शुरू होगा दोनों बैंकों के सर्वर को जोड़ने की प्रक्रिया 12 फरवरी की रात 9 बजे से शुरू हो जाएगी जो 15 फरवरी की सुबह 9 बजे तक चलेगी. आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2020-21 के बजट में कई पब्लिक सेक्टर बैंकों के विलय की घोषणा की थी. इसमें इलाहाबाद बैंक भी शामिल था, जिसका विलय इंडियन बैंक में कर दिया गया. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 28 मार्च 2020 को इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया था. इसके बाद 1 अप्रैल 2020 से इलाहाबाद बैंक डिफंक्ट हो गया. मध्य प्रदेश में इलाहाबाद बैंक की करीब 150 शाखाएं हालांकि इलाहाबाद बैंंक की नेट बैंकिंग सहित अन्य ऑनलाइन सर्विसेज